Wednesday, November 18, 2009

dhum dhamake

अध्यापक ने दूसरी कक्षा के एक बच्‍चे से कहा, मैने कल तुम्हें जो हिंन्दी मे पाठ पढाया था, उसे सुनाओ ।
बच्‍चे ने कहा, टीचर आता नही है।
इस पर अध्यापक ने कहा, नही आता तो ऐसा करो जो आता है वही सुनाओ ।
बच्‍चे ने कहा, मुझे तो गाना आता है वही सुना दूँ ?
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मरीज़ ने एक डाक्टर से पूछा आप ने दो-दो थर्मामीटर क्यो रखें हैं? डाक्टर ने जवाब दिया, एक मुँह मे लगाने के लिए और दूसरा जेब मे ।
मरीज़, मै आप का मतलब नही समझा !
डाक्टर: मतलब यह कि एक थर्मामीटर मुँह मे लगाने से मुझे पता चलता है कि आप का शरीर कितना गर्म है और दूसरा जेब मे लगाने से पता चलेगा है कि आप का जेब कितना गर्म है।
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मोहन अपने दोस्त राकेश से कहता है, देखो दोस्त चुंकि हम लोकतंत्र प्रणाली पर विशवास रखते हैं इसलिए हम ने आपने घर मे सुख शान्ति बनाए रखने के लिए एक सिस्टम बनाया है । मेरे पत्‍नी वित मंत्री है। मेरे सास रक्षा मंत्री है। मेरे ससुर विदेश मंत्री है और साली लोक सम्पर्क मंत्री है।
राकेश: और आप शायद प्रधान मंत्री होगे?
मोहन: नही यार, मै बेचारा तो जनता हूँ ।
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रेस्तरां मे काँफी पीते हुए कमलेश ने धीमे से प्रेम को बताया , देखो, उधर कोने वाली कुर्सी पर बैठा वह आदमी बडी देर से मुझे घूर रहा है।
प्रेम: तो घूरने दो ना । प्रेम लापरवाही से बोला ।
कमलेश: मै उसे जानता हँ, कबाडी है और हमेशा बेकार की चीजों मे दिलचस्पी लेता है।
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शाम ने अपने दोस्त सुरजीत से पूछा, सुरजीत भाई, अपने घर के बाहर खडे क्यो हो और यह चोटे कैसे लगी ?
सुरजीत: हुआ यूं कि...।
शाम: कितनी बार कहा कि लोगों से झगडा मत किया करो। कमब्खत ने मार कर तेरा बुरा हाल कर दिया। बुरा हो उस का किडे पडे उसे..।
सुरजीत: बस बस मै अपनी पत्‍नी के बारे मे और गलत बातें नही सुन सकता।
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मोटा सेठ, पता नही कैसा ज़माना आ गया है , ढूंडने पर भी कोई आदमी नही मिलता। जो झूठ न बोलता हो।
सुरेश, लेकिन मै एक ऐसे आदमी को जानता हूं जो कभी झूठ नही बोलता ।
सेठ जी, अच्छा उस नेक आदमी से मेरी बात कराओ।
सुरेश, यह सभंव नही क्योकि वह गुंगा है।
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गोरव, मैने तुम्हे जो आठनी दी थी, मैने कहा था कि इसे खर्च मत करना, किसी को दान मे दे देना।
पापा, मै इसे दान मे देना चाहता था फिर ख्याल आया कि यह पुण्य मै क्यो कमाऊ ? क्यो न आईस्क्रिम वाले को कमाने दूं? सो मैने उसे दे दी, अब उस का काम है कि वह उसे दान मे दे या न दे ।
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बकील ( अपराधी से) चाकू पर तुम्हारे उंगलियो के निशान पाऐ गये हैं। खून तुम् ने ही किया है। इस पर अपराधी बोला, बकील साहिब आप ऐसा कैसे कह सकते है कि चाकू पर मेरे उंगलियो के निशान पाऐ गये हैं? क्योकि खुन करते समय मैने तो दसताने पहन रखे थे!
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अध्यापक (कक्षा मे) , बच्‍चो बताओ कि दूध को खराब होने से बचाने के लिए क्या करना चाहिए?
सोनू, जी उसे पी लेना चाहिए

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